फरेदहाँ
पहली बार सन् 1998 ई0 मे चुन्दग्राम जो फरेन्दहां मे स्थित है वहाँ पर खुदाई का कार्य आरम्भ किया गया । उस खुदाई के दौरान बहुत से साक्ष्य जैसे तालाब के अन्दर प्राचीन कुआं और पुरानी ईंट और भगवान बुद्ध कि मिट्टी की मूर्तिया मिली थी इत्यादी साक्ष्य प्राप्त हुए इन सभी साक्ष्यो को पुरातत्व विभाग को सौंप दिया गया।पुनः सन् 2007 में एक पर्यटक भवन का निर्माण कराया गया जो“ “बुद्ध कालीन बुद्धस्थल“ के नाम से जाना जाता है।चुन्दग्राम (फरेदहाँ) मे बुजुर्गो एवं संभ्रान्त लोगों से बात करने पर पता चला कि बगल के तालाब के खुदाई के समय भगवान बुद्ध की मिट्टी द्वारा निर्मित मुर्तिया मिली थी।
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
फरेंदाहा पहुंचने के लिए कुशीनगर निकटतम हवाई अड्डा है.
ट्रेन द्वारा
पडरौना एक निकटतम रेलवे स्टेशन है, यहाँ कुछ ट्रेनें रुकती हैं। अन्य प्रमुख निकटतम रेलवे स्टेशन गोरखपुर और देवरिया हैं
सड़क के द्वारा
गोरखपुर, देवरिया से कुशीनगर के लिए फरेंदाहा पहुंचने के लिए बसें और रिक्शा उपलब्ध हैं।